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Review English

सिनेस्तान क्यूरेट्स – गंभीर, भावभीनी, कुशल अपराधी-की-खोज कस्टडी आपको चकित कर देगी

Release Date: 2021

Read in: English


Cinestaan Rating

  • Acting:
  • Direction:
  • Music:
  • Story:

Sukhpreet Kahlon

अम्बिका पंडित की ये शार्ट फ़िल्म कुशलतापूर्वक प्रस्तुत की गयी है और अंत तक आपको बांधे रखती है।

ज़िंदगी का अचानक आघात करने का अपना ही एक तरीका है और महामारी के इस दौर में ये साबित भी हो रहा है। अम्बिका पंडित की शॉर्ट फ़िल्म कस्टडी एक आम दिन के साथ शुरू होती है मगर उसका परिणाम अनपेक्षित ढंग से सामने आता है।

नए वर्ष का जश्न मनाने पुराने दोस्त किसी एक के घर इकठ्ठा होने का निर्णय लेते हैं। पति-पत्नी की जोड़ियां तैयारी करते हुए पार्टी के लिए कहाँ जाना है इसका विचार कर रही हैं। अक्रम अपनी अलग हुई बीवी के साथ अपने बेटे के विषय को लेकर लड़ रहा है और हमें पता चलता है के बच्चे की कस्टडी को लेकर उनमे विवाद है। जिसके यहाँ पार्टी चल रही है, वहाँ अचानक आग लग जाती है और उसमें मेज़बान के बच्चे की जान को खतरा हो जाता है।

कस्टडी में धीरे धीरे भेद खुलते जाता है और वातावरण गंभीर होते जाता है। धीरे धीरे ये नाट्य शोकांत की तरफ बढ़ते जाता है, जहाँ दोस्त आग के लिए कौन दोषी है इस पर बहस करने लगते हैं। किरदार धीरे धीरे गूढ़ बनते जाते हैं और उनके असली चेहरे सामने आने लगते हैं। इस परिस्थिति में उनके रिश्तों में भी दरारें आने लगती हैं। ये फ़िल्म युवा लोगों के माता-पिता बनने के दायित्व पर सोचने के लिए प्रवृत्त करती है।

पहले लगता है के यह फ़िल्म एक विशिष्ट दिशा में आगे बढ़ेगी, लेकिन अचानक ये अपना रुख बदल लेती है और धीरे धीरे नाट्य और अधिक गहरा होते जाता है। पलक झपकते ही हसने खेलने वाले दोस्तों का ग्रुप बदल कर गूढ़, गंभीर बन जाता है। इसी बीच कहानी शोकांतिका बनते हुए बेहद भावनिक हो जाती है।

कस्टडी एक कुशलतापूर्वक बुनी गयी फ़िल्म है जो अंत तक आपको बांधे रखती है। फ़िल्म समाप्त होने के बाद भी आप किरदारों के बर्ताव के बारे में सोचते रहेंगे।

यह फ़िल्म इंडियन फ़िल्म फेस्टिवल ऑफ़ लॉस एंजेलिस में दर्शायी जाएगी।

 

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