विशाल फुरिया की फॉरेंसिक (२०२२) इसी नाम की मलयालम फ़िल्म की हिंदी रीमेक है। विक्रांत मसी और राधिका आपटे एक सीरियल किलर की तलाश में हैं, जो छोटी बच्चियों को जान से मार रहा है।
ट्रेलर में मसी के अतरंगी किरदार को दर्शाया गया है और साथ ही फॉरेंसिक विज्ञान कैसे इस जांच पड़ताल में उपयोगी सिद्ध होता है, यह भी दर्शाया गया है।
फॉरेंसिक अफसर जॉनी खन्ना (मसी) के अपने तरीके हैं जिससे वह केस का हल निकालता है। दोषी की पहचान करते समय वह अपने साथी अफसर (आपटे) को भी नहीं बक्शता।
तफदीश में पता चलता है के खुनी छोटी बच्चियों के जन्मदिन पर ही उनका खून करता है। पुलिस को तब बहुत बड़ा धक्का पहुंचता है जब जॉनी फॉरेंसिक रिपोर्ट के तहत बताता है के खुनी कोई बच्चा भी हो सकता है।
आपटे मनोविश्लेषक डॉक्टर (प्राची देसाई) की मदद से मुख्य संदिग्ध के दिमाग में झांकने की कोशिश करती है। मुख्य संदिग्ध नाबालिग है। पर उसके पकडे जाने के बाद भी खून का सिलसिला फिर से शुरू होता है, जिससे पूरी टीम और उलझ जाती है।
अंत में फ़िल्म एक साइकॉलॉजिकल थ्रिलर की तरह मोड़ लेती है, जहाँ जॉनी ये कहता है के जिसे वे ढूंढ रहे हैं, वो खुनी मूलतः अस्तित्व में ही नहीं है।
मसी और आपटे के गंभीर क्षण नए ट्विस्ट के लिए परिणामकारक साबित होते हैं। पुलिस के ग्राफिक्स और छोटे बच्चे को डरावने और रहस्यमयी तरीके से दिखाने की कोशिश निश्चित ही एक डर पैदा करते हैं।
२४ जून से फॉरेंसिक झी५ पर स्ट्रीम हो रही है। ट्रेलर यहाँ देखें और हमें बताएं के आप यह फ़िल्म देखने के लिए उत्सुक हैं या नहीं।