मुम्बई के जुहू विभाग के पवन हन्स शमशान भूमि में शाम को उनका अंतिम क्रियाकर्म किया गया।
रामायण के अभिनेता चंद्रशेखर का ९७ वर्ष की आयु में देहांत
मुम्बई - 16 Jun 2021 16:59 IST
Updated : 20 Jun 2021 13:19 IST
Our Correspondent
वरिष्ठ फ़िल्म और टेलीविजन अभिनेता चंद्रशेखर का १६ जून की सुबह को मुम्बई में देहांत हुआ। वे ९७ वर्ष के थे।
उनके बेटे प्राध्यापक अशोक चंद्रशेखर ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए कहा, "वे अपने परिवार की उपस्थिति में नींद में ही चल बसे, जैसे के वे चाहते थे। स्वास्थ्य को लेकर उनकी कोई समस्या नहीं थी, बस उनकी उम्र हो चुकी थी। उन्होंने अच्छी ज़िंदगी जी।"
मुम्बई के जुहू विभाग के पवन हन्स शमशान भूमि में शाम को उनके अंत्य विधि पूर्ण हुए।
वर्ष २०१८ में सिनेस्तान के साथ बात करते हुए चंद्रशेखर के पोते अभिनेता शक्ति अरोरा ने कहा था के उनके दादा की तबियत ठीक नहीं रहती। "उनकी स्मरणशक्ति कमज़ोर हो चुकी है। फ़िलहाल वे पूरी तरह बिस्तर पर हैं। कभीकभार वे मुझे पहचान लेते हैं। कभी नहीं पहचान पाते," उन्होंने कहा था।
चंद्रशेखर को व्ही शांताराम के प्रॉडक्शन सुरंग (१९५३) से बड़ा ब्रेक मिला था। मुख्य नायक के रूप में अपना करियर शुरू करने से पहले वे शांताराम की फ़िल्म डॉ कोटनिस की अमर कहानी (१९४६) में सहायक निर्देशक के रूप में काम कर चुके थे।
अपनी पहली फ़िल्म के बाद उन्होंने बसंत बहार (१९५६), बरसात की रात (१९६०) और स्ट्रीट सिंगर (१९६६) जैसी हिट फ़िल्मों में काम किया। स्ट्रीट सिंगर का निर्देशन भी उन्होंने ही किया था। चा चा चा (१९६४) जैसी म्युझिकल फ़िल्म के वे अभिनेता-निर्माता भी रह चुके हैं। इस फ़िल्म में उनके साथ हेलन नायिका की भूमिका में थीं।
लेखक-निर्देशक गुलज़ार के साथ भी वे बतौर सहायक निर्देशक और अभिनेता के रूप में आँधी (१९७५) और मौसम (१९७५) जैसी फ़िल्में कर चुके थे। अपने करियर के दूसरे पड़ाव में उन्होंने सबसे बड़ा रुपैया (१९७६), साजन बिना सुहागन (१९७८), द बर्निंग ट्रेन (१९८०) और निकाह (१९८२) जैसी फ़िल्मों में यादगार भूमिकाएं निभाई।
रामानंद सागर की लोकप्रिय धारावाहिक रामायण (१९८७) में उन्होंने महाराज दशरथ के महामंत्री सुमंत की संस्मरणीय भूमिका निभाई थी।
उनके निधन पर रामायण के उनके सह-कलाकार अरुण गोविल ने शोक प्रकट किया।
रामायण में महामंत्री सुमंत्र का चरित्र निभाने वाले श्री चंद्रशेखर जी का आज देहांत हो गया है। उन्हें शांति और सद्गति मिले, राम जी से यही प्रार्थना है 🙏
— Arun Govil (@arungovil12) June 16, 2021
सर, आपकी बहुत याद आएगी 🙏🙏 pic.twitter.com/1Wj1o6UaBC
१९८५ से १९८८ तक उन्होंने सीने एंड टेलीविजन आर्टिस्ट असोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला। संस्था ने अपने पूर्व अध्यक्ष को ट्विटर पर याद किया।
#CINTAA expresses its deepest condolence on the demise of Shri #Chandrashekhar ji pic.twitter.com/2rKnu14neb
— CINTAA_Official (@CintaaOfficial) June 16, 2021
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