हार्दिक मेहता की कामयाब (२०२०) मुम्बई के फ़िल्म इंडस्ट्री में काम कर रहे एक चरित्र अभिनेता की संवदेनशील कहानी है। इसके संगीत में कहानी के हलके फुलके और ख़ुशी के रंग नज़र आते हैं। रचिता अरोरा के संगीत निर्देशन में ऍश किंग ने गाये हुए नए गाने में विस्मृति में जा चुके इस चरित्र अभिनेता को पांचसौवि फ़िल्म मिलने की ख़ुशी नज़र आ रही है।
गाने की शुरुवात में बताया जाता है के हिंदी फ़िल्मों के अन्य चरित्र अभिनेता कैसे व्यस्त हैं। अनुपम खेर सोशल मिडिया पर, नसीरुद्दीन शाह नाटक में, परेश रावल राजनीती में किस तरह से व्यस्त हैं, ऐसी इंडस्ट्री की अंदर की बातें हमें यहाँ देखने मिलती हैं। मिश्र के किरदार को पांचसौवि फ़िल्म मिल जाती है और फिर से अभिनय करने के लिए वो तैयारी शुरू करता है।
अरोरा का संगीत धीमा लेकिन खूबसूरत और आनंद भरनेवाला है। नीरज पांडे के बोल और ऍश किंग की आवाज़ इसे और अच्छा बना रहे हैं। पांडे के बोल में कविता की तरह कोई यमक नज़र नहीं आता और खुद से बाते करनेवाली शैली में इसे गाया गया है, जो किरदार से पूरी तरह मेल खा रहा है।
किंग ने कहीं भी अतिरिक्त प्रयास नहीं किया है और गाने में मेलडी बरक़रार रखी है। गाना और इसके दृश्य, जिसमे मिश्र एक आनंदी बूढ़े व्यक्ति के किरदार में इन पलों का आनंद लेते नज़र आ रहे हैं, इससे सकारात्मकता की जोड़ यहाँ मिल रही है।
कामयाब का निर्देशन हार्दिक मेहता ने किया है और रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट और दृश्यम फ़िल्म्स ने फ़िल्म का निर्माण किया है।
फ़िल्म ६ मार्च को प्रदर्शित हो रही है। गाना यहाँ देखें और हमें बताइये, क्या आप ये फ़िल्म देखना पसंद करेंगे?