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आन (१९५२) फ़िल्म की स्टार, दिग्गज अभिनेत्री निम्मी का ८७ वर्ष की आयु में देहांत

एक समय हॉलीवुड स्टार एरॉल फ्लिन को ठुकराने वाली खूबसूरत अभिनेत्री ने २५ मार्च को मुम्बई के जुहू के एक अस्पताल में अपनी आखरी सांस ली।

राज कपूर की बरसात (१९४९), मेहबूब खॉं की आन (१९५२) और एस यु सनी की उड़न खटोला (१९५५) की अभिनेत्री निम्मी का देहांत हुआ। वे ८७ वर्ष की थीं।

बुधवार की शाम मुम्बई के जुहू विभाग के एक अस्पताल में निम्मी का देहांत हुआ। पिछले कुछ समय से वे बीमार रहती थीं।

इंडियन एक्सप्रेस अखबार से बात करते हुए निम्मी के भतीजे इजहार हुसैन ने कहा, "कुछ समय से वे बीमार थीं। १८ मार्च को हमने उनका ८७वा जन्मदिन मनाया। कल उनका अंतिम क्रियाकर्म किया जायेगा पर ये कैसे किया जाए इस बारे में साशंक हैं, क्योंकि कोरोना वायरस के चलते शरीर को सोसायटी में नहीं लाया जा सकता और उनकी दफनविधि के लिए कितने लोग जा सकते हैं इस बारे में भी कोई कल्पना नहीं। हम आज रात निर्णय लेंगे।"

निम्मी का जन्म १९३३ को नवाब बानू के नाम से हुआ था। उन्होंने राज कपूर की बरसात (१९४९) से अपना फ़िल्मी करिअर शुरू किया। राज कपूर ने उनका नाम बदलकर निम्मी रखा। दीदार (१९५१), आन (१९५२), दाग (१९५२), अमर (१९५४), उड़न खटोला (१९५५) और कुंदन (१९५५) जैसी लोकप्रिय फ़िल्मों के लिए उन्हें जाना जाता था। दिलीप कुमार के साथ उन्होंने कई फ़िल्में की।

जब आन की टीम फ़िल्म के इंटरनैशनल प्रीमियर के लिए लन्दन गयी, तो हॉलीवुड स्टार एरॉल फ्लिन उनकी तरफ आकर्षित हुए और उन्होंने उनका हाथ चूमना चाहा। पर ऐसा कहा जाता है के निम्मी ने इससे इन्कार करते हुए कहा, "क्या आप जानते नहीं मैं एक भारतीय लड़की हूँ?"

अपने पिता की खोज को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए वरिष्ठ अभिनेता ऋषि कपूर ने लिखा, "श्रद्धाजंलि। बॉबी के प्रीमियर के समय आपके आशीर्वाद और प्रेम के लिए बहुत धन्यवाद निम्मी आंटी। आप आर के परिवार का हिस्सा थीं। बरसात आपकी पहली फ़िल्म थी। अल्लाह आपको जन्नत नसीब करे। आमीन।"

निर्देशक महेश भट्ट ने लिखा, "आप अपने दिल की चाहतें पा तो सकते हैं, पर अंत में मृत्यु के रूप में वे आपको धोखा दे जाती हैं। गुडबाय निम्मीजी।"

अभिनेता जावेद जाफरी ने कुछ वर्ष पहले निम्मी के ही घर में उनसे हुई मुलाकात के बारे में याद ताज़ा की। "कुछ वर्ष पहले बॉलीवुड की चार बेहद खूबसूरत अभिनेत्रियों के साथ एक ही फ्रेम में आने का और मिलने का मौका मिला। दाएं से – अज़रा, निम्मी, कुमकुम, अमीता। निम्मी आंटी के गुज़र जाने पर ये याद ताज़ा हुई।"

ज़्यादातर सहायक किरदार निभाने के बाद भी निम्मी १९५० के दशक की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्रियों में से एक थीं। उन्होंने राज कपूर, देव आनंद और दिलीप कुमार इन त्रिमूर्तियों के साथ काम किया। के आसिफ की अधूरी रही फ़िल्म लव एंड गॉड (१९८६) उनकी आखरी फ़िल्मों में से एक थी।