एक्शन तथा फ़िल्म निर्देशक वीरू देवगन का २८ मई को मुंबई में देहांत हुआ। लोकप्रिय अभिनेता अजय देवगन के पिता वीरू देवगन को २८ मई की सुबह मुंबई के सांताक्रूज़ विभाग के सूर्या अस्पताल में दाखिल किया गया था। कुछ देर बाद कार्डियक अरेस्ट के चलते उनका देहांत हुआ।
जाने माने स्टंटमैन और एक्शन निर्देशक वीरू देवगन १९५७ में अमृतसर से मुंबई अभिनेता बनने आये थे। उन्होंने लगभग ८० फ़िल्मों में स्टंट और एक्शन निर्देशक के रूप में काम किया।
एक स्टंटमैन के रूप में शुरुवात करने के बाद उन्हें एक्शन निर्देशक के रूप में मनोज कुमार की फ़िल्म रोटी कपडा और मकान (१९७४) में पहला बड़ा मौका मिला। खेल खेल में (१९७५), लहू के दो रंग (१९७९), नमक हलाल (१९८२), मि इंडिया (१९८७) जैसी फ़िल्मों से वे हिंदी सिनेमा के जाने माने एक्शन निर्देशक बने।
आज के ज़माने के लोकप्रिय अभिनेता विकी और सनी कौशल के एक्शन निर्देशक पिता शाम कौशल और एक्शन निर्देशक एम बी शेट्टी के बेटे रोहित शेट्टी को फ़िल्म इंडस्ट्री में पैर ज़माने के लिए उन्होंने काफ़ी मदद की थी।
अपने बेटे अजय देवगन को उन्होंने फूल और काँटे (१९९१) से लॉंच किया था और जल्द ही वे एक्शन कलाकार के रूप में लोकप्रिय हुए।
वीरू देवगन ने हिंदुस्तान की कसम (१९९९) फ़िल्म से फ़िल्म निर्देशन भी किया था। इस फ़िल्म में अजय देवगन, अमिताभ बच्चन, मनीषा कोईराला और सुश्मिता सेन मुख्य भूमिका में थे। उसके बाद उन्होंने दिल क्या करे (१९९९) का निर्माण भी किया। इस फ़िल्म में अजय देवगन, उनकी बहु काजोल और महिमा चौधरी मुख्य कलाकार थे।
२८ मई को शाम ६ बजे सांताक्रूज़ में ही उनका अंत्यविधि पूर्ण किया गया। उनके पश्चात परिवार में पत्नी वीणा और चार बच्चे हैं। अजय देवगन के साथ उनके एक और बेटे अनिल फ़िल्म निर्देशक हैं।