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मानव कौल, नंदिता दास फ़िल्म अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है के रीमेक में

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सौमित्र रानडे निर्देशित यह फ़िल्म कुछ समयसे निर्माण में थी, पर अब १२ अप्रैल को प्रदर्शित हो रही है।

Shriram Iyengar

सईद अख़्तर मिर्ज़ा की १९८० की श्रेष्ठ फ़िल्म अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है का अधिकृत रीमेक बनाया गया है। इस रीमेक में मानव कौलने नसीरुद्दीन शाह द्वारा अभिनीत अल्बर्ट पिंटो के किरदार को निभाया है।

सौमित्र रानडे द्वारा निर्देशित अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है? में नंदिता दास और सौरभ शुक्ल भी अहम भूमिकाओं में नजर आएंगे। फ़िल्म १२ अप्रैल को प्रदर्शित हो रही है।

इत्तेफ़ाक (१९६९) और पती पत्नी और वो (१९७८) की तरह पुराने फ़िल्मों के रीमेक में अब इस फ़िल्म का भी नाम जुड़ गया है।

अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है (१९८०) का लेखन एवं निर्देशन सईद अख़्तर मिर्ज़ाने किया था और फ़िल्म में शबाना आज़मी तथा स्मिता पाटिल भी अहम भूमिका में थीं। फ़िल्म को उस वर्ष के फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवार्ड से सम्मानित किया गया था।

यह एक गुस्सैल मेकैनिक अल्बर्ट पिंटो को कहानी है, जिसका मानना है के भरपूर मेहनत से काम करने से सभी परेशानियां हल हो सकती हैं। पर जब उसके पिता की मिल बंद होता है और उन्हें उसका विरोध करने पर धमिकयां मिलने लगती हैं, तब अल्बर्ट सच्चाईसे रूबरू होता है। उसे पूंजीवाद और मिल मालिकों की ताकत का अहसास होता है।

सईद अख़्तर मिर्ज़ा की अस्तित्ववाद त्रयी में से यह दूसरी फ़िल्म थी। अरविंद देसाई की अजीब दास्तान (१९७८) तथा सलीम लंगड़े पे मत रो (१९८९) यह इस त्रयी की बाकि दो फ़िल्में थीं।

इस रीमेक के निर्देशक सौमित्र रानडे ने इससे पूर्व जजंतरम ममंतरम (२००४) फ़िल्म का निर्देशन किया था। इस फ़िल्म की कहानी जोनथन स्विफ्ट की गलिवर्स ट्रैवल्स और महाभारत के बकासुर राक्षस की कहानी का अनोखा मिश्रण थी।

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