मूल गाने के कुछ स्टेप्स को ज़हीर इक़बाल इस नए गाने में दोहराते नज़र आते हैं। गाने की कोरिओग्राफी बच्चों को ध्यान में रख कर की गयी है।
नोटबुक गाना 'बुमरो' – लोक गीत बना विशाल मिश्र का मस्तीभरा गीत, ज़हीर इक़बाल कर रहे हैं बच्चों का मनोरंजन
मुम्बई - 13 Mar 2019 20:00 IST
Updated : 14 Mar 2019 20:58 IST
Mayur Lookhar
संगीतकार शंकर महादेवन, एहसान नूरानी और लॉय मेंडोंसा ने विधु विनोद चोपड़ा की फ़िल्म मिशन कश्मीर (२०००) के लिए 'बुमरो' गाना संगीतबद्ध किया था। यह गाना कश्मीरी शादी का लोक गीत 'बुमरोह' से प्रेरित था।
उन्नीस वर्ष बाद संगीतकार विशाल मिश्र ने सलमान ख़ाँ निर्मित फ़िल्म नोटबुक के लिए मूल गाने का नया वर्जन बनाया है। यह नया 'बुमरो' गाना बुधवार को प्रदर्शित किया गया।
जहाँ शंकर-एहसान-लॉय ने इस गाने को शादी के दृश्य के लिए बनाया था, वहीं नोटबुक में कबीर (ज़हीर इक़बाल) इस गाने द्वारा बच्चों का मनोरंजन कर रहा है।
नोटबुक में कबीर कश्मीर के एक दूर दराज़ स्थित स्कूल में बच्चों को पढ़ाने आता है। एक पुरानी स्कूल टीचर के जाने के बाद अब उन सात बच्चों को पढ़ाने के लिए कोई नहीं था, उनके पास थी तो पुराने टीचर की यादें। इस पुरानी टीचर फिरदौस (प्रनूतन बहल) को कबीर जानता नहीं, लेकिन फिर भी वो उससे प्यार करने लगता है।
नोटबुक के 'बुमरो' गाने को लिखा है कौशल किशोर ने तथा गायिका विभा सराफ को अतिरिक्त कश्मीरी बोल के लिए क्रेडिट दिया गया है। सराफ ने लिखी हुई पंक्तियाँ, जैसे के 'विसिये विसिये वाल वॉज बॉन डल सारस गासा वन' लोक गीत से उठाई हुई नहीं बल्कि नए सिरे से लिखी गयी हैं। इस पंक्ति का अर्थ है 'दोस्त, अब आ जाओ, डल झील घूमने चलते है'। कश्मीरी भाषा के जानकार ही सराफ की पंक्तियों को समझ पाएंगे, पर कौशल किशोर की पंक्तियाँ कोई खांसा प्रभाव नहीं डालती।
शंकर-एहसान-लॉय का 'बुमरो' भी एक डान्स नंबर ही था, पर उस गाने पर लोक संगीत का अच्छा प्रभाव था। मिश्र का 'बुमरो' पॉप ट्रैक है, पर जब 'बुमरो' और कश्मीरी शब्द आते हैं, तब हमें हलकासा लोक संगीत सुनने मिलता है। कमाल ख़ाँ की गायकी ठीक ठाक लगती है। पर फिर भी ये गाना मस्तीभरा अवश्य है।
मिशन कश्मीर के 'बुमरो' गाने में प्रीति ज़िंटा और ह्रितिक रोशन के रूप में दृश्यात्मकता अधिक थी और बैकग्राउंड डान्सर्स ने भी बेहतरीन डान्स किया था। कुछ उन स्टेप्स को ज़हीर इक़बाल दोहराते नज़र आते हैं। पर नए गाने की कोरिओग्राफी बच्चों को ध्यान में रख कर की गयी है। गाने को खूबसूरती से शूट किया गया है, जिससे डल झील और खूबसूरत लगती है। यह पॉप वर्जन पॉप संगीत पसंद करनेवालों को पसंद आएगा। दोनो गाने यहाँ देखें।
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