१० करोड़ सब्सक्राइबर्स पार करनेवाला पहला यूट्यूब चैनल ऐसा कीर्तिमान स्थापित करने पर गिनीज़ वर्ल्ड रेकॉर्ड्स ने टी-सीरीज़ को उनकी सफलता का प्रमणपत्र दिया है।
गिनीज़ वर्ल्ड रेकॉर्ड्स टीम के ऋषि नाथ ने टी-सीरीज़ के प्रमुख भूषण कुमार को मुम्बई में एक इवेंट के दौरान यह प्रमाणपत्र सुपुर्द किया।
टी-सीरीज़ के यूट्यूब चैनल ने २९ मई २०१९ को १० करोड़ सब्सक्राइबर्स के कीर्तिमान को पार किया। इस कीर्तिमान से उन्होंने स्वीडिश युट्यूबर प्यूडिपाय को पीछे छोड़ दिया जो इससे पूर्व लम्बे समय के लिए पहले पायदान पे थे। प्यूडिपाय के इस समय ९ करोड़ ६५ लाख यूट्यूब सब्सक्राइबर्स हैं।
जब टी-सीरीज़ प्यूडिपाय के सब्सक्राइबर्स के आंकड़ों के करीब पहुंची थी, तो कंपनी ने 'भारत फॉर यूट्यूब' नाम से एक कम्पैन चलाया था। इसमें फ़िल्म इंडस्ट्री के लोगों ने आम जनता से टी-सीरीज़ को यूट्यूब पर सब्सक्राइब करने की विनती की थी, ताकि ये चैनल दुनिया का सबसे ज़्यादा सब्सक्राइबर्स का यूट्यूब चैनल बन जाए।
फेलिक्स केलबर्ग उर्फ़ प्यूडिपाय ने हाल ही में कहा के उनकी सफलता कई ज़्यादा बड़ी है क्योंकि वे अकेले उनका चैनल चलाते हैं जब की टी-सीरीज़ एक बड़ी फ़िल्म और म्यूज़िक कंपनी है। जब उनके इस बात पर भूषण कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मेरा भी यही कहना है। अगर आप हाल ही में दिया गया मेरा कोई भी इंटरव्ह्यू देखें या सुने, मैंने हमेशा यही कहा है के ये कोई लड़ाई नहीं थी ना ही कोई प्रतियोगिता। वे एक अकेले युट्यूबर हैं और हम एक कंपनी हैं।"
पिछले वर्ष सितंबर में जब टी-सीरीज़ प्यूडिपाय के करीब पहुँच रही थी, केलबर्ग ने एक विडिओ पोस्ट किया था जिसमे टी-सीरीज़ और भारत का मज़ाक उड़ाया गया था। भूषण कुमार ने कहा के इसी वजह से ये लड़ाई शुरू हुई थी।
"हमने कभी ये लड़ाई या प्रतियोगिता शुरू नहीं की," भूषण कुमार ने कहा। "उन्होंने ही भारत और हमारी कंपनी के बारे में गलत बातें कर इसकी शुरुवात की। इसी लिए हमने 'भारत फॉर यूट्यूब' कम्पैन शुरू किया। फिर एक बार, ये किसी प्रतियोगिता के लिए नहीं था और ना ही हम किसी के बारे में बुरा कह रहे थे। एक अकेले इंसान के रूप में वे मेरे और सबकी नज़र में अव्वल ही हैं। इस बारे में किसी को बुरा मानने की आवश्यकता नहीं है। पर उन्होंने वैसे शुरुवात की और हम उस बारे में कुछ नहीं कर सकते।"
भूषण कुमार ने कहा के इस रेकॉर्ड को तोड़ने में उनकी रूचि तब बढ़ी जब बाकियों ने इसमें रूचि दिखाना शुरू किया। "नंबर वन की दौड़ में मैं नहीं था। पर जब सब इस बारे में बोलने लगे, तब निश्चित ही हमारी उत्सुकता बहुत बढ़ी," उन्होंने कहा।
भूषण कुमार ने इस सफलता का श्रेय अपने पिता और कंपनी के संस्थापक दिवंगत गुलशन कुमार को दिया। "मैंने हमेशा माना है के ये सब मेरे पिता के आशीर्वाद के कारण हो पाया है। जिस तरह उन्होंने कंपनी को दिशा दी और जिस तरह का संगीत उन्होंने श्रोताओं के लिए लाया, उसी से ये सब शुरू हुआ। अब हम फ़िल्मे बना रहे हैं," उन्होंने कहा।
भूषण कुमार ने आगे कहा के उनके पिता की भक्ति गीतों की ऑडिओ और विडिओ कैसेट्स बनाने की कल्पना उनकी सबसे बड़ी सफलता थी। "उन्होंने भक्तिरस के कंटेट से काफ़ी कमाई की," भूषण कुमार ने बताया। "लोगों ने सोचा नहीं था के ये कैसेट्स पर भी उपलब्ध होगा। हम सिर्फ किताबों से आरती पढ़ते थे। उन्होंने इसे कैसेट्स पर लाने के बारे में सोचा ताकि जो बूढ़े लोग पढ़ नहीं पाते हैं, उन्हें सुविधा हो जाये।"