तनिष्क बागची और बादशाह ने अपनी तरफ से पूरा प्रयास करने पर भी रक्षक (१९९६) के मूल गाने में नया जादू बिखेरने में वे नाकाम रहें हैं।
खानदानी शफ़ाखाना का गाना 'शहर की लड़की' – सुनील, रवीना का जादू बादशाह और डायना के गाने में नहीं
मुम्बई - 08 Jul 2019 15:23 IST
Updated : 10 Jul 2019 5:50 IST
Sonal Pandya
बारिश के इस मौसम में रीमिक्स की भी बारिश हो रही है। इस बार १९९० के दशक का सुनील शेट्टी और रवीना टंडन पर फ़िल्माया गया लोकप्रिय गीत इसका शिकार हुआ है। शिकार इसलिए क्योंकि रीमिक्स वर्जन मूल गाने की रंगत को बढ़ा नहीं सका।
शिल्पी दासगुप्ता निर्देशित खानदानी शफ़ाखाना में बादशाह प्रसिद्ध पॉप स्टार की भूमिका निभा रहें हैं। इसलिए वे अपना कोई म्युज़िक विडिओ बना रहें हों ये दिखाना स्वाभाविक है। पर ये रीमिक्स वर्जन आनंद-मिलिंद के मूल गाने के मुकाबले कहीं नज़र नहीं आता।
बीट्स और दीपक चौधरी के बोल वैसे ही रखे गए हैं पर बागची और बादशाह ने नए वर्जन को ज़रा धीमा कर दिया है। साथ ही डायना पेंटी शहर की लड़की के रूप में उतनी आकर्षक नहीं लगती हैं। कुछ जगह उनके डान्स स्टेप्स भी असहज लगते हैं। पर बादशाह के लिए म्यूज़िक विडिओ कोई नयी चीज़ नहीं।
शेट्टी और टंडन की एंट्री पर गाना फिर ज़ोर पकड़ता है। पर तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। सच कहें तो टंडन शेट्टी से अधिक उत्साही लगती हैं, पर दोनों मिलकर गाने में कूल फैक्टर बढ़ाते हैं।
बादशाह और तुलसी कुमार की आवाज़ें ठीक ठाक लग रही हैं और मूल गायक अभिजीत की आवाज़ भी यहाँ इस्तेमाल की गई है। अगर पूरे गाने को देखें तो इस नए गाने में पुराने गाने का अनोखा अंदाज़ नहीं है, जो १९९० के दशक की खास बात हुआ करती थी।
सोनाक्षी सिन्हा और वरुण शर्मा अभिनीत खानदानी शफ़ाखाना २ अगस्त को प्रदर्शित हो रही है।
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