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अमोल पालेकर को मुंबई के एनजीएमए में भाषण करते समय टोका गया

जाने माने अभिनेता निर्देशक अमोल पालेकर चित्रकार प्रभाकर बर्वे की स्मृति में रखे गए प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे।

मुंबई के नैशनल गैलेरी ऑफ़ मॉडर्न आर्ट (एनजीएमए) में ज्येष्ठ अभिनेता निर्देशक अमोल पालेकर को उनके भाषण के दौरान बिच बिच में संस्था के संचालक तथा सदस्योंने संस्था की टीका करते वक्त टोका।

पालेकर को कई बार टोका गया तथा जब वे संघटन के सदस्यों की बात कह रहे थे तो उन्हें भाषण को कम करने के लिए कहा गया।

ज्येष्ठ फ़िल्मकार पालेकर चित्रकार प्रभाकर बर्वे की स्मृति में आयोजित प्रदर्शनी इनसाइड दि एम्पटी बॉक्स के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे।

शुक्रवार को हुए इस घटना में पालेकरने अपने भाषण की शुरुआत में प्रभाकर बर्वे से अपनी दोस्ती की यादें ताज़ा कीं। उसी समय उन्होंने सांस्कृतिक मंत्रालय पर टीका की के उन्होंने एडवायज़री कमिटी ऑफ़ आर्टिस्ट को अपने क़ब्ज़े में कर लिया है।

पालेकरने कहा के अक्टूबर 2018 तक एनजीएमए ने बंगलोर, कोलकाता और मुंबई में एडवायज़री कमिटी में स्थानीय कलाकारों को लेकर ऐसे प्रदर्शन आयोजित किये थे। पर तीन वर्षो के लिए चुनी गयी विद्यमान कमिटी यकायक बरख़ास्त की गयी।

अमोल पालेकर के सम्पूर्ण भाषण को प्रकाशित करनेवाली वेब साईट द वायर के अनुसार पालेकर ने कहा, "आप में से कई लोगों को शायद ये पता ना हो के ये प्रदर्शन स्थानीय कलाकारों की एडवायज़री कमिटी द्वारा निर्णय लिया हुआ आखरी प्रदर्शन है। किसी ब्यूरोक्रेट्स या सरकार के किसी एजेंट द्वारा कला क्षेत्र में मोरल पोलिसिंग या किसी विशिष्ट विचारप्रणाली के अजेंडे के साथ आये कमिटी मेम्बर्सने लिया हुआ प्रदर्शन नहीं है। 13 नवम्बर 2018 तक मुंबई और बंगलोर के प्रादेशिक केंद्रों पर काम कर रही कलाकारों की एडवायज़री कमिटी बरख़ास्त की गयी है, ऐसा मुझे पता चला है।"

सिनेस्तान को जो विडिओ उपलब्ध हुआ है, उसमे मंच पर उपस्थित प्रदर्शन की क्यूरेटर जेसल ठक्कर ने पालेकर को बीच में ही रोका और उन्हें सिर्फ प्रभाकर बर्वे के बारे में कहने को कहा।

उनके इस तरह रोकने पर पालेकर ने पूछा, "क्या आप मुझे बोलने से रोक रही हैं और मुझ पर सेंसरशिप लगा रही हैं?"

उन्होंने आगे कहा, "हाल ही में नयनतारा सहगल को एक समारोह में बुलाया गया था पर उनके आमंत्रण को अंतिम क्षणों में पीछे ले लिया गया क्योंकि उनके भाषण में आज के वास्तव पर तीखा प्रहार किया गया था। क्या आप उसी प्रकार के वातावरण को यहाँ उपस्थित करना चाहती हैं? अगर आप चाहती हैं के मैं ना बोलूँ तो मैं नहीं बोलूंगा।"

कुछ क्षणों बाद एनजीएमए संचालिका अनीता रूपवतारमने पालेकर पर टीका करते हुए कहा, "हमने हमारी तरफ से सारे आक्षेप सामने रख दिए हैं, पर आपको भी यह समझना चाहिए के एनजीएमए यह एक सरकारी संस्था है।"

जब पालेकर ने कहा के वे इस समारोह की भव्यता के लिए सांस्कृतिक मंत्रालय को धन्यवाद देने वाले थे पर उन्हें उनका भाषण पूरा करने नहीं दिया गया, तब अनीता रूपवतारमने कहा, "आपके इस आधे दिल से किये गए धन्यवाद का मैं स्वीकार नहीं करती। धन्यवाद।"

बरख़ास्त किये गए मुंबई एडवायज़री कमिटी के चेअरमन तथा प्रसिद्द चित्रकार सुहास बहुलकरने इस स्थिति को शांत करने का प्रयास किया। "मतभेद हर जगह होते हैं, चर्चाएं होनी चाहिए, वादविवाद होने चाहिए, पर आज जो महत्वपूर्ण है वो है हम बर्वे के जीवन और उनकी रचनाओं को देखें और समझें।"

जब पालेकरसे इस विषय पर पुछा गया तो उन्होंने कहा के वे इस घटना पर और कुछ नहीं कहना चाहते।