लुका चुप्पी (२०१९) में नज़र आने वाले अभिनेता ने कहा के पिछले वर्ष लव रंजन की हिट फ़िल्मने उन्हें पारिवारिक दर्शकों तक पहुंचाया।
सोनू के टीटू की स्वीटी (२०१८) ने मुझे घर घर में पहुंचाया, कहते हैं कार्तिक आर्यन
Mumbai - 24 Feb 2019 8:00 IST
Updated : 28 Feb 2019 22:36 IST
Mayur Lookhar
हर कोई उस एक बड़ी सफलता के इंतज़ार में होता है जिससे उसका भविष्य बन जाए। अभिनेता कार्तिक आर्यन को सोनू के टीटू की स्वीटी (२०१८) के तौर पर वही सफलता हासिल हुयी जब बॉक्स ऑफिस पर रु100 करोड़ कमानेवाली उनकी पहली फ़िल्म साबित हुयी।
निर्देशक लव रंजन की खोज रहे कार्तिक आर्यन के पीछे आज बड़े बड़े प्रॉडक्शन हॉउसेस पड़े हैं। उनकी मॅडॉक फ़िल्म्स द्वारा निर्मित लुका चुप्पी फ़िल्म प्रदर्शन के लिए तैयार है, बीआर फ़िल्म्स की पति पत्नी और वो रीमेक फ़िल्म में वे हैं और टी सीरीज़ द्वारा निर्मित तथा अनीस बज़्मी द्वारा निर्देशित आगामी फ़िल्म में वे दिशा पटनी के साथ रोमांस करते नज़र आनेवाले हैं।
एक बड़ी हिट आपके करिअर की दिशा बदल सकती है। एक ग्रुप इंटरव्ह्यू में मिडियासे बातचीत के दौरान कार्तिक आर्यनने कहा, "ऐसा नहीं है के सोनू के टीटू की स्वीटी मेरी पहली हिट फ़िल्म थी, इससे पूर्व प्यार का पंचनामा फ्रैंचाइज़ फ़िल्में भी सफल रही। प्यार का पंचनामा २ (२०१५) ने रु७५ करोड़ नेट कमाई की थी, पर सोनू के टीटू की स्वीटी ने जो पहचान मुझे दिलाई है, वो मुझे पहले नहीं मिली थी। अब लोग मुझे मेरे नामसे जानते हैं। पंचनामासे लोग मुझे बड़े मोनोलॉगवाला लड़का इस तरह से जानते थे। सोनू के टूटी की स्वीटी ने मेरे नाम को पहचान दी।"
तो क्या हिट फ़िल्म्स देने के बावजूद इंडस्ट्रीने उनकी दखल नहीं ली इस बात से वे हताश थे ? "अब सब अच्छा है," उन्होंने जवाब दिया। "पर आपको दुःख ज़रूर होता है और लगता है के ये पहले ही होना चाहिए था। युवा दर्शकोंने मुझे पंचनामा सीरीज़ और आकाश वाणी (२०१३) में पसंद किया था, पर उन दर्शोकों से मैं घर घर नहीं पहुंचा था। मुझे नहीं लगता के एक अभिनेता के रूप में मैं लोगों के चहेते कलाकारों की लिस्ट में था। वो काम सोनू के टीटू की स्वीटीने किया। इस फ़िल्म को पारिवारिक दर्शक मिले। जिससे मुझे हर घर में पहचान मिली।"
हालांकि पंचनामा सीरीज़ से उन्हें सफतला मिली, पर फिर भी उनके पास बड़े मौके नहीं थे। "सोनू... के पहले मेरे पास ज़्यादा विकल्प नहीं थे। बस कुछ गिने चुने पर्याय थे। मैंने सोचा के इन मर्यादित मौकों में ही मुझे मेरा हुनर दिखाना होगा। आकाश वाणी (२०१३) नहीं चली। गेस्ट इन लंडन (२०१७) असफल रही। मैं ऐसी स्थिति में था के मुझे लग रहा था के कुछ तो गलत हो रहा है," उन्होंने कहा।
आर्यन अभी खुश हैं और लुका चुप्पी को लेकर काफ़ी उत्साहित हैं। लुका चुप्पी लिव-इन संबंधों पर बनी सटायर फ़िल्म है। ग्वालियर के ये अभिनेता उत्तर प्रदेश का पत्रकार गुड्डू शुक्ल बना हैं जो अपनी प्रेमिका (क्रिती सैनन) के साथ ग्वालियर भाग जाता है।
लुका चुप्पी के अनुभव के बारे में कार्तिकने कहा, "लुका चुप्पी का अनुभव अलग था। मैं दिल्ली के लड़के के किरदार में नहीं था। गुड्डू शुक्ल एक मज़ाकिया तो कभी मासूमसा और बेधड़क पत्रकार है जो मथुरा के एक लोकल टीवी चैनल के लिए काम करता है। वो और उसका परिवार भी उतना ही मज़ेदार है। शुक्ल परिवार के हर सदस्य का अपना अजेंडा है। मेरे भाई की मेरी भाभी के साथ अलग ही खिचड़ी पक रही है, गुड्डू के पंकज त्रिपाठी के किरदार के साथ उखड़े उखड़े संबंध हैं। परिवार में एक छोटा लड़का है, वो भी बहुत शरारती है। सभी किरदार मिलकर इस कहानी को हास्यस्फोटक बनाते हैं।"
आर्यनने क्रिती सैनन को बहुत अच्छी सह कलाकार बताया और कहा के दोनों मिलते ही एक दूसरेसे सहज हो गए थे। कार्तिक खुद ग्वालियर के हैं, इसलिए उन्होंने यजमान की भूमिका को बखूबी निभाया। क्रिती और निर्माता दिनेश विजन को उन्होंने ग्वालियर घुमाया।
आर्यन की घर वापसी थोड़ी अजीब थी। इस बारे में उन्होंने कहा, "जब हम मेरे शहर में शूट करने आये, तो शहर में मेरे होर्डिंग्ज़ लगे हुए थे और उस पर लिख था, 'वेलकमिंग द सन ऑफ़ ग्वालियर'। उन्होंने मेरे बहुत पुराने और बेढंगे फोटो इस्तेमाल किये थे। वो देख बड़ा अजीबसा लग रहा था। दिनेश विजन और क्रिती मुझे सन ऑफ़ ग्वालियर के नाम से चिढ़ाते थे। मैंने उन्हें कई जगह दिखाई और वहाँ की सबसे अच्छी रसमलाई भी खिलाई।"
लुका चुप्पी में छोटे शहरों के लिव-इन संबंधों की कहानी को सटायर के रूप में दर्शाया है। पर आर्यनने बताया के मुंबई जैसे मेट्रो शहरों में बाहर से आनेवाले बैचलर लड़कों के लिए भी कैसी मुश्किलें आती हैं। "लिव-इन को छोड़ ही दीजिये, बैचलर्स को घर खरीदना या भाड़ेसे लेना भी यहाँ मुश्किल है। मुझे अभी भी मुश्किलें आ रही हैं। जब आप कहते हैं के आप एक्टर बनने के लिए आये हैं तो मुश्किलें और बढ़ जाती हैं," उन्होंने कहा।
गुड्डू की छोटे शहर के लिव-इन संबंध की मुश्किलों पर बोलते हुए कार्तिक ने कहा, "छोटे शहर में ये मुश्किल है के सब लोग आपको जानते हैं। गुड्डू मथुरा का मशहूर पत्रकार है। तो उसके लिए मुश्किलें और भी ज़्यादा हैं। वो हर बार ये देखते रहता है के उसे कोई देख तो नहीं रहा। फ़िल्म में एक नेता है जो एक प्रेमी युगल के चेहरे पर कालिक लगा देता है। तो सोचिये, छोटे शहर में भाई-बहन भी साथ नहीं जा सकते क्योंकि लोग सोचेंगे के ये प्रेमी हैं।"
गुड्डू को अपने पार्टनर के साथ अलग रहनेसे डर लगता है, पर क्या कार्तिक कभी किसी लड़की के साथ अलग रहे हैं और सोचा है के उन्हें कोई पहचान ना पाए?
"मैं बड़ा सीधा सादा इंसान हूँ। मेरी तस्वीर लेनेसे मैंने किसी को कभी रोका नहीं है। अगर किसी के साथ भी तस्वीर ली जा रही है, तब भी मैं जानता हूँ के चार दिन बाद ये बाते हवा में उड़ जाती है," उन्होंने कहा।
"सोनू के टूटी की स्वीटी से पहले मैं चाहता था के लोग मेरी तस्वीर खींचे। अब जो प्रसिद्धि मिल रही है, तो भी ये नहीं कहूंगा के मुझे ये पसंद नहीं। मिडियाने मुझे बहुत आधार दिया है। वो एक पिक्चर के लिए बहुत देर तक खड़े रहते हैं, मैं उसका आदर करता हूँ। मैं सिर्फ एक ही बार मिडिया से छुपा रहा क्योंकि मुझे पती पत्नी और वो के लुक को दिखाना नहीं था। मैं मेरा चेहरा छुपा कर वहाँ से निकल गया," उन्होंने बताया।
कार्तिक को पूछा गया के क्या वे किसीको डेट कर रहे हैं और उनकी स्पीड डायल पर किसका नंबर है।
"स्पीड डायल पे तो मम्मी का नंबर है," उन्होंने झट से जवाब दिया। उन्होंने कहा के उनकी खोज जारी है और किसी अभिनेत्री को डेट करने में भी उन्हें कोई हर्ज नहीं। पर क्या मम्मी की कोई पसंदीदा अभिनेत्री है? "हाँ, उन्हें आलिया भट पसंद है। मगर एक एक्टर के तौर पर। मुझे लगता है वो एक संपूर्ण पैकेज है," उन्होंने कहा।
जैसे हम इंटरव्ह्यू के अंतिम सेशन तक पहुँच रहे थे, तो सिनेस्तान ने उन्हें पूछा के एक समय उन्हें धर्मा प्रॉडक्शन्स से फ़िल्म ऑफर थी पर उनका नाम हट गया क्योंकि उन्होंने काफ़ी ज़्यादा पैसे मांगे ऐसी चर्चा थी। उस बारे में कार्तिकने कहा, "वो पिछले वर्ष था। इस समय सब कुछ ठीक है।"
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