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जब अनुराग कश्यप ने गली बॉय के विजय वर्मा को सेक्रेड गेम्ज़ का हिस्सा बननेसे रोका

गली बॉय में मोईन के किरदार के लिए वाहवाही बटोरनेवाले विजय वर्मा को ये प्रसिद्धि पहले ही मिल सकती थी, अगर अनुराग कश्यप उनके आड़े नहीं आते।

निर्देशिका ज़ोया अख़्तर की गली बॉय को मुंबई के झोपड़पट्टी के अंडरडॉग रैपर जगत की कहानी के लिए काफ़ी प्रशंसा मिल रही है। फ़िल्म में रणवीर सिंह और आलिया भट को भी उनकी बेहतरीन अदाकारी के लिए काफ़ी सराहना मिल रही है।

पर साथ ही फ़िल्म के बाकि कलाकारों के दमदार अभिनय को भी सराहा जा रहा है। इसी फ़िल्म में रणवीर के चालाख दोस्त बने विजय वर्मा के किरदार को भी भारी प्रशंसा मिल रही है।

अपनी पहली फ़िल्म चित्तगोंग (२०१२) के बाद गली बॉय तक विजय वर्मा का फ़िल्मों का क्रम बढ़ता ही रहा है, पर गली बॉय उनकी पहली जबरदस्त हिट फ़िल्म साबित हुयी है। मगर वर्मा का कहना है के ये लोकप्रियता उन्हें थोड़ी पहले मिल सकती थी अगर अनुराग कश्यप बीच में नहीं आते।

सिनेस्तान से हाल ही में हुयी बातचीत में वर्माने बताया के नेटफ़्लिक्स की वेब-सीरीज़ सेक्रेड गेम्ज़ में बंटी के किरदार के लिए उन्हें चुना गया था।

"सेक्रेड गेम्ज़ में मुझे बंटी के किरदार के लिए चुना गया था। नेटफ़्लिक्सने मेरा चयन तय कर दिया था। [विक्रमादित्य] मोटवानेने भी हाँ कर दी थी। मुकेश छाब्रा की भी हाँ थी। सब कुछ तय हो चूका था और सिर्फ़ कॉन्ट्रैक्ट साइन करना बाकी रह गया था," वर्मा ने कहा।

गली बॉय में उनकी अदाकारी देख कर ये कहा जा सकता है के वे इस भूमिका को सही ढंग से निभाते। बेख़ौफ़ और कठोर बंटी, जिसे नवाज़िद्दीन सिद्दीकी के किरदार गणेश गायतोंडे का खास आदमी दिखाया गया था, इस सीरीज़ का अहम किरदार बना था। खास बात ये भी है के इससे पहले मॉन्सून शूटआउट (२०१७) में वर्मा सिद्दीकी के साथ काम भी कर चुके थे।

बस एक ही समस्या थी। सीरीज़ के सह निर्देशक अनुराग कश्यप के दिमाग में इस भूमिका के लिए जतिन सरना थे। वर्माने कहा, "उन्होंने मेरे साथ देर तक इस विषय पर चर्चा की। उन्होंने मुझे आश्वासन दिया के उनके अगले प्रोजेक्ट में वे मुझे ज़रूर कास्ट करेंगे।"

जतिन सरना सीक्रेड गेम्ज़ के बंटी की भूमिका में  

ये निर्णय सरना और वर्मा दोनों के लिए काम कर गया। सरनाने बंटी की भूमिका में अच्छा काम किया और इंटरनेट पर उनकी प्रशंसा का ढेर लग गया।

इधर वर्माने भी हाल ही में बमफाड़ की शूटिंग खत्म की है। इस फ़िल्म को कश्यप प्रस्तुत कर रहे हैं, जिन्होंने अपने आश्वासन को इस माध्यम से पूरा किया।

"यूँ समझ लीजिये की मेरे लिए वो निर्णय काम कर गया," वर्मा ने हंसते हुए कहा।

बमफाड़ फ़िल्म और इम्तियाज़ अली के साथ एक वेब-सीरीज़ ऐसे काम से ये लग रहा है के वर्मा की मेहनत रंग ला रही है।