पहली बार अभिनय कर रहे करण कापडिया बने हैं लाइव्ह बम जो अपनी याददाश्त खो चुका है। उसे पता नहीं के उसकी छाती पर किसने लाइव्ह बम लगाया।
ब्लैंक ट्रेलर – लाइव्ह बम बने करण कापडिया को मिटायेंगे सनी देओल
मुम्बई - 04 Apr 2019 15:22 IST
Updated : 05 Apr 2019 19:35 IST
Mayur Lookhar
अभिनेता सनी देओल फिर एक बार एक्शन फ़िल्म में आ गए हैं। उनकी आगामी फ़िल्म ब्लैंक का ट्रेलर गुरुवार को जारी किया गया। ब्लैंक किसी एक्शन फ़िल्म के लिए एक बिलकुल अलग नाम है, पर इसकी गूढ़ कहानी के लिए यह शीर्षक उचित है।
दिवंगत कॉस्च्यूम डिज़ाइनर सिंपल कापडिया के बेटे करण इस फ़िल्म से अभिनय क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं। करण एक संदिग्ध सुसाइड बॉमर बने हैं जो अपनी याददाश्त खो चुका है। उसे इसकी कोई खबर नहीं के उसकी छाती पर किसने लाइव्ह बम लगाया।
सनी देओल एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड के प्रमुख बने हैं। जिस टेररिस्ट ग्रुप ने करण की छाती पर ये लाइव्ह बम लगाया है उसकी उन्हें तलाश करनी है। करण के किरदार की याददाश्त जाने से उन्हें उससे कोई मदद नहीं मिल सकती और एक बड़े हादसे को रोकने के लिए उनके पास अब समय बहुत थोड़ा है।
बेहज़ाद खम्बाटा की बतौर निर्देशक यह पहली फ़िल्म है। फ़िल्म का मुख्य किरदार अपनी याददाश्त खो चुका हो और वो हमेशा किसीसे बच कर भागता ही रहता हो ऐसी कल्पनाएं हॉलीवुड की जेसन बोर्न फ्रेंचाइस में देखी जा सकती हैं।
खम्बाटा के पास एक रोमांचक कहानी तो है, पर ट्रेलर में उतना रोमांच उभरकर नहीं आया है। हालांकि सनी देओल आज भी पुराना दमखम रखते हैं, पर ६२ वर्ष की उम्र में आप उनसे जबरदस्त एक्शन की अपेक्षा नहीं कर सकते।
ट्रेलर पर गौर करें तो नया चेहरा करण कापडिया बतौर अभिनेता उतने आश्वासक नहीं लग रहे। अभिनेता जमील ख़ाँ, जो की इस्लामिक टेरर ग्रुप के सरगना बने हैं, ट्रेलर में सर्वसाधारण हर ऐसी फ़िल्म में दिखने वाले किसी कट्टर मुल्ला की तरह लगते हैं। ट्रेलर में इशिता दत्त को कोई संवाद नहीं है, पर वे एक्शन करती नज़र आती हैं।
ब्लैंक एक मारधाड़ से भरपूर एक्शन ड्रामा के रूप में सामने आता है। फ़िल्म ३ मई को प्रदर्शित हो रही है। ट्रेलर यहाँ देखें।
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