अभिनेता अजय देवगन ने बताया के आलोक नाथ को दे दे प्यार दे फ़िल्म से बदलना क्यों नामुमकिन था।
मुझे असंवेदनशील बताने का प्रयास किया जा रहा है – आलोचकों की बातों का दिया जवाब अजय देवगन ने
मुम्बई - 18 Apr 2019 20:20 IST
Updated : 20 Apr 2019 18:37 IST
Mayur Lookhar
दे दे प्यार दे (२०१९) फ़िल्म के ट्रेलर के आने के साथ ही अजय देवगन पर आरोपित अभिनेता आलोक नाथ के साथ काम करने पर कड़ी टीका की जा रही है। अजय ने अब एक विस्तृत निवेदन में अपनी बात को स्पष्ट रूप से सामने रखा है के आलोक नाथ को फ़िल्म में बदल पाना क्यों नामुमकिन था।
ट्रेलर लॉंच के दौरान अजय ने इस बात पर टिपण्णी करते हुए इतना ही कहा था के यह फ़िल्म आलोक नाथ पर किये गए आरोपों के बहुत पहले शूट की गई थी। इस बात को अपने निवेदन में दोहराते हुए उन्होंने और विस्तार में बताया के आलोक नाथ को बदल पाना क्यों मुश्किल था।
"जब मी-टू आंदोलन शुरू हुआ तो मेरे साथ हमारी इंडस्ट्री के कई और सहकारियों ने यह स्पष्ट किया के हमारी काम की जगहों पर जो भी हर एक महिला होती हैं, हम उनका सम्मान करते हैं और उनके खिलाफ हो रहे किसी भी भेदभाव और शोषण का मैं समर्थन नहीं करता। मेरी भूमिका में कोई भी बदलाव नहीं आया है," उन्होंने कहा।
"अब श्री आलोक नाथ के साथ दे दे प्यार दे फ़िल्म में काम करने के प्रश्न की बात करें तो मैं कुछ बातें स्पष्ट कर दूँ। यह फ़िल्म अक्टूबर २०१८ को प्रदर्शित होनी थी। फ़िल्म की शूटिंग पिछले वर्ष सितंबर में पूरी हो चुकी थी। श्री आलोक नाथ के साथ अगस्त में मनाली में शूटिंग की गई। यह शूटिंग ४० दिनों तक अलग अगल सेट और बाहरी जगहों पर चली जिनमे और १० से अधिक कलाकार शामिल थे।
"जब अक्टूबर में यह आरोप सामने आए, तब तक मेरे साथ बाकि कलाकारोंने भी दूसरी फिल्मों की शूटिंग शुरू कर दी थी। अब फ़िल्म के बाकि कलाकारों की तारीखें मिलाना और फिरसे श्री आलोक नाथ को बदलकर रि-शूट करना नामुमकिन था। इससे निर्माताओं को काफ़ी नुकसान हो सकता था," उन्होंने बताया।
अजय ने इस विषय को विस्तृत रूप से समझाते हुए कहा, "हर कोई जानता है के फ़िल्म मेकिंग की प्रक्रिया सबको साथ लेकर होती है। श्री आलोक नाथ को बदलने का निर्णय मेरे अकेले का नहीं हो सकता था। मुझे यहाँ सबकी संमति के साथ जाना आवश्यक था। ये बात भी नहीं भूलनी चाहिए के मैं सभी कलाकारों को फिर से एक साथ नहीं ला सकता था और फिर से ४० दिन के रि-शूट के लिए सेट्स को लगाना मुश्किल था, क्योंकि इससे फ़िल्म का बजट दुगना हो जाता, जो के मेरा निर्णय नहीं हो सकता था। यह निर्माताओं का निर्णय होना चाहिए। अगर परिस्थितियां जरा भी बदलने योग्य होती, तो मैं दूसरे कलाकारों के साथ शूट करने के लिए अवश्य प्रयास करता। पर दुर्भाग्यवश वैसा संभव नहीं था।"
हाल ही में तनुश्री दत्ता ने आलोक नाथ के साथ फ़िल्म में काम करने पर अजय देवगन की आलोचना की थी। मी-टू आंदोलन के प्रति असंवेदनशीलता के आरोप पर भी अजय देवगन ने जवाब दिया।
"मैं फिर से कहना चाहूँगा के मी-टू आंदोलन के प्रति मैं काफ़ी संवेदनशील हूँ। पर जब परिस्थितियां मेरे नियंत्रण के बाहर हों तब मुझे हैरानी होती है के मुझे इस तरह से असंवेदनशील कैसे बताया जा रहा है। यह झूठ है," उन्होंने कहा।
दे दे प्यार दे का निर्माण टी-सीरीज़ तथा लव फ़िल्म्स ने किया है और फ़िल्म १७ मई को प्रदर्शित हो रही है।
लेखिका एवं निर्देशिका विनता नंदा ने आलोक नाथ पर कई वर्ष पूर्व उन पर बलात्कार करने का आरोप किया था। यह केस अब न्यायाधीन है। आलोक नाथ को सिंटा (सिने एंड टेलीविजन आर्टिस्ट्स असोसिएशन) द्वारा निष्कासित किया गया है।
Related topics
Sexual harassment