गाने के बोल कुछ खास नहीं और ए आर रेहमान की ऊँची आवाज़ के बावजूद उसमे स्पष्टता का अभाव नज़र आता है।
अवेंजर्स – एन्डगेम का देसी प्रमोशनल 'मार्वल गान', ए आर रेहमान का ये गीत नहीं हैं ज़्यादा प्रभावी
मुम्बई - 01 Apr 2019 22:50 IST
Updated : 26 Apr 2019 17:17 IST
Mayur Lookhar
मार्वल फ्रेंचाइस भारत में बहुत लोकप्रिय है। इस फ्रेंचाइस की आगामी फ़िल्म अवेंजर्स – एन्डगेम के प्रमोशन के लिए मार्वल स्टुडिओ ने सुप्रसिद्ध संगीतकार ए आर रेहमान के साथ जुड़ कर भारतीय दर्शकों के लिए 'मार्वल गान' बनाया है।
इस गाने को हिंदी, तमिल और तेलुगु में बनाया गया है। इन्ही भाषाओं में यह फ़िल्म डब करके भारतीय दर्शकों के लिए प्रदर्शित की जा रही है।
इस गाने के हिंदी वर्जन को पहले जारी किया गया। पर ए आर रेहमान के संगीत का जादू इस गाने में नज़र नहीं आ रहा। मोत्सार्ट ऑफ़ मद्रास के नाम से प्रसिद्ध रेहमान की यह साधारण पेशकश है ऐसा कहना होगा।
निर्मिका सिंह के बोल साधारण हैं। 'रोके न रुकेंगे अब तो यारा' जैसे बोल आम हिंदी फ़िल्मी गानों की तरह लगते हैं। हालांकि ये 'मार्वल गान' सिर्फ़ भारतीय दर्शकों के लिए बनाया गया है, पर फिर भी ए आर रेहमान से आप इससे कई अच्छे गाने की उम्मीद करते हैं।
गाने के बोल की तरह रेहमान भी अपने गायकी से निराश ही करते हैं। गाने की शुरुवात तो ठीक ठाक है, पर जैसे गाने का टेम्पो बदलता है, रेहमान अपनी आवाज़ में हस्की टोन लाते हैं जिसमे वे एमसी हिप के रैप बोल गाते हैं। कुछ शब्द तो आप ठीक से सुन भी नहीं सकते और बार बार सुनने पर ही आप उसे समझ पाएंगे। इस समय संगीत के साथ साथ रेहमान के स्वर भी इतने ऊँचे हैं के आप कुछ भी ठीक से सुन नहीं पाते।
गाने का संगीत तो ठीक है, लेकिन इसमें रेहमान जैसी कोई बात नहीं। गाना धीमे धीमे शुरू होता है और ड्रम बीट्स धीरे धीरे गाने पर हावी होने लगते हैं।
ऐसे प्रमोशनल गानों में संगीतकार ने ट्रेलर के दृश्य, संवाद या साउंड का इस्तेमाल करना आवश्यक हो जाता है। हल्क की दहाड़ और वॅकंडन आर्मी ढालों को बाहर निकालने के दृश्य गाने के बोल और संगीत के साथ जाते हैं।
पर मार्वल फ्रेंचाइस की भारतीय लोकप्रियता को देखते हुए अगर फैन्स इससे और बेहतर 'मार्वल गान' की उम्मीद करें तो वो गलत नहीं होगा। 'मार्वल गान' के हिंदी वर्जन को निचे देखें।
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